गांव को ‘मरकत डिब्बे सा खुला’ क्यों कहा गया है?
मरकत/पन्ना एक हरे रंग का रत्न होता है, मरकत के हरे रंग की तुलना गांव की हरयाली से की गयी है| गांव का वातावरण भी मरकत के खुले डिब्बे के समान हरा-भरा और चमकदार दिखाई देता है, इसलिए उसे मरकत के खुले डिब्बे सा खुला कहा कहा गया है।